मांग की लोच अर्थशास्त्र क्लास रॉयल
(1 )मांग की लोच को परिभाषित कीजिए किसी वस्तु के लिए मांग की लोच को निर्धारित करने वाले मुख्य कारकों को संक्षेप में लिखिए! उत्तर. मांग का नियम किसी वस्तु की कीमत में होने वाले परिवर्तन के फलस्वरुप उस वस्तु की मांग में होने वाले परिवर्तनों की दिशा के विषय में बताता है यह एक गुणात्मक कथन है इससे यह ज्ञात होता है कि कीमत में कमी होने से मांग का विस्तार होगा तथा कीमत में वृद्धि होने से मांग का संकुचन होगा परंतु यह ज्ञात होता है कि मांग में कितना परिवर्तन होगा किसी वस्तु की कमी में होने वाले परिवर्तन के कारण मांग में होने वाले परिवर्तन की मात्रा का ज्ञान जिस धारणा से होता है उसे मांग की मूल्य सापेक्षता अथवा मांग की लोच कहा जाता है अतः किसी वस्तु की कीमत में परिवर्तन के फलस्वरुप उसकी मांग में जो परिवर्तन होता है उसको मांग की मूल्य सापेक्षता या मांग की लोच कहते हैं
परिभाषाएं
(1) मार्शल के अनुसार मांग की मूल्य सापेक्षता कम या अधिक होने का तात्पर्य बाजार की कीमत की गिरावट के परिणामस्वरुप मांग की मात्रा में अधिक या कम वृद्धि से तथा कीमत वृद्धि में से मांग में अधिक या कमी से होता है
(2) बेन्हम के अनुसार यह (मांग मूल्य सापेक्षता) विचार कीमत में थोड़े से परिवर्तन के परिणामस्वरूप मांग की मात्रा में होने वाले परिवर्तन की माप है
(3) जे० के० ईस्थम के अनुसार मांग की मूल्य सापेक्षता कीमत में परिवर्तन के परिणामस्वरूप मांग की मात्रा में होने वाले परिवर्तन की माप है
(4) श्रीमती जॉन रॉबिन्सन के अनुसार "मांग की लोच,कीमत में थोड़े से परिवर्तन के परिणामस्वरूप खरीदी गई मात्रा के अनुपातिक परिवर्तन में कीमत के अनुपातिक परिवर्तन से भाग देने पर प्राप्त होती है
इस प्रकार मांग की लोच मांग एवं कीमत के पारस्परिक संबंध की मात्रा को स्पष्ट करती है